Sunita Swami || चौसठ जोगणी || Mata Ji Bhajan || माता जी का बहुत ही सुंदर भजन ||
चौसठ जोगनी रे देवी रे देवरिये रमजाये
देवलिये रमजाये भवानी रे मंदरिये रमजाये
चौसठ जोगनी रे भवानी देवलिये रमजाये
हंस सवारी कर मारी माता बह्मा रूप बनायो
बह्मा रो रूप बनायो मारी मैया बह्मा रूप बनायो
चार वेद मुख चार बिराजे चारो रो जस गायो
चौसठ जोगनी रे भवानी रे देवलिये रमजाये
घुमर घालनी रे माता आँगनिये रमजाये
गरुड़ सवारी कर मारी माता विष्णु रूप बणायो
विष्णु रो रूप बणायो नवदुर्गा विष्णु रूप बणायो
गदा पदम संग शक्र बिराजे मधुबन बन्शी बजायो
चौसठ जोगनी रे भवानी रे देवलिये रमजाये
घुमर घालनी रे माता आँगनिये रमजाये
नंदी सवारी कर मारी मैया शिवजी रूप बणायो
शिवजी रो रूप बणायो नवदुर्गा शिवजी रो रूप बणायो
जटा मुकुट में गंगा खड़के शेष नाग लिप्टायो
चौसठ जोगनी रे भवानी रे देवलिये रमजाये
घुमर घालनी रे माता आँगनिये रमजाये
मोर सवारी कर मारी मैया कार्तिक रूप बणायो
कार्तिक रूप बणायो मारी माता कार्तिक रूप बणायो
शक्ति धारण हाथ मे लेने अन हर शंक बजायो
चौसठ जोगनी रे भवानी रे देवलिये रमजाये
घुमर घालनी रे माता आँगनिये रमजाये
सिंह सवारी कर मारी माता शक्ति रो रूप बणायो
शक्ति रो रूप बणायो नवदुर्गा शक्ति रो रूप बणायो
सिया राम तेरी करे स्थुति तुलसीदास जस गायो
चौसठ जोगनी रे भवानी रे देवलिये रमजाये
घुमर घालनी रे माता आँगनिये रमजाये