मायड़ थारो वो पूत कटे ( MAYAD THARO VO PUT KATE ) SONG LAYRICS
मायड़ थारो वो पूत कटे
वो एक लिंग दीवान कटे
वो महाराणा प्रताप कटे
बेरा रे मन सु पाटिला
बेरा रे मन सु पाटिला
सारा पड़ गया उन रे आगे
वो जुकियो नहीं नर नारियो
अकबर ऋ सेना रे आगे
आ रण भूमि थी रथ भूमि
आ रण भूमि थी रथ भूमि
दर्शन करवा मनलळसावे
उन वीर सुरमा ऋ यादा
हिवड़ा माँ जोश जगा जावे
भाई सक्ति वेरा सु मिल
भाई सु लड़वा नी आयो
राणा रो भायड़ देख देख
राणा रो भायड़ देख देख
सक्ति सिंह है सरमायो
वो नीले घोड़े रा असवार
वो नीले घोड़े रा असवार
थे रुक जावो थे रुक जावो
मायड़ थारो वो पूत कटे
वो एक लिंग दीवान कटे
वो महाराणा प्रताप कटे
शंकट रा दन देखिया जद रा
शंकट रा दन देखिया जद रा
वे आज पुण्य पावेला
राणा रा बेटा बेटी वे
राणा रा बेटा बेटी वे
रोटी घास ऋ खावेला
हल्दी घाटी से टीला सु
हल्दी घाटी से टीला सु
शिव पार्वती देख रिया
मेवाड़ी वीरा ऋ ताकत
मेवाड़ी वीरा ऋ ताकत
अपनी नजरिया सु टोल रिया
बोलिया शिव सुन पार्वती
मेवाड़ भोम ऋ बलिहारी
जो हासा करम करे जग में
वे अगले जन्म में नर नारी
हु सयम एकलिंग रूप धरी
हु सयम एकलिंग रूप धरी
सदियों सु बेटो भला अटे
मायड़ थारो वो पूत कटे
वो एक लिंग दीवान कटे
वो महाराणा प्रताप कटे
मानवता रो धर्म निभायो है
मानवता रो धर्म निभायो है
और भेदभाव नी जानियो है
सेना नायक सूरी हाकिम
सेना नायक सूरी हाकिम
यु राणा पुजवायो है
जात पात और उस नीस ऋ
जात पात और उस नीस ऋ
बात हिय्या नहीं भाई
ऊनि वास्ते राणा ऋ अब सर्चा ही
वो संप्रदाय सदभाव ऋ
कोई मिले निशान आज कटे
मायड़ थारो वो पूत कटे
वो एक लिंग दीवान कटे
वो महाराणा प्रताप कटे