आबुराज पधारो लिरिक्स | Aburaj Padharo Lyrics | Chotu Singh Rawna|New Song
आबुराज पधारो लिरिक्स
आबू थू ऊँचो घणो थारो अजब निरालो वेश
इन पहाड़ो में रम रिया बर्महा विष्णु महेश
परमारो रो राज आबू ऊँचो घणो
परमारो रो राज आबू ऊँचो घणो
परमारो रो राज आबू ऊँचो घणो
परमारो रो राज आबू ऊँचो घणो
आ मान मादिलो कोड कोडिलो जाने है जग सारो
आ मान मादिलो कोड कोडिलो जाने है जग सारो
पधारो जी पधारो आबुराज पधारो
पधारो जी पधारो आबुराज पधारो
पधारो जी पधारो आबुराज पधारो
गुरु शिखर री उची छोटी दत्त भगवान रो धुनों
एक बार दर्शन करवा शु कटे सोरायसी रो जीवनो
इन पहाड़ो में देवी देवता आज भी करे बचेरो साधु संत री तपो भूमि जीवा रो प्रेम घनेरो
साधु संत री तपो भूमि जीवा रो प्रेम घनेरो
कन कन झरने खल खल नदिया गूंजे है आ जग सारो
पधारो जी पधारो आबुराज पधारो
पधारो जी पधारो आबुराज पधारो
पधारो जी पधारो आबुराज पधारो
अर्बुदा री ऊँची नगरी आबुगढ़ कहलावे
जिनरे चरने रसियाबालम नक्की झील खोदावे
ओ जालर शंख नगारा बाजे सारो नगर गुंजावे
इन धरती री मेहक निराली मन पावन कर जावे
इन धरती री मेहक निराली मन पावन कर जावे
डग डग मन्दिर पग पग भक्ति जैना रो तीर्थ प्यारो
पधारो जी पधारो आबुराज पधारो
पधारो जी पधारो आबुराज पधारो
पधारो जी पधारो आबुराज पधारो
इन धरती रा देव रुखाला वीरा री बलिदानी
आ धरती रो कण कण बोले लाखो अमर कहानी
महाराणा प्रताप अटे खुद रो वनवास कटावे
आज गुफा रो अँधियारो राणा री याद दिलावे
आज गुफा रो अँधियारो राणा री याद दिलावे
पड़ पड़ चेतक लड़ लड़ राणा माटी रो कर्ज उतारो
पड़ पड़ चेतक लड़ लड़ राणा माटी रो कर्ज उतारो
पधारो जी पधारो आबुराज पधारो
पधारो जी पधारो आबुराज पधारो
पधारो जी पधारो आबुराज पधारो
गांव गांव खुशहाली है कण कण सु करे गुजारो
ओ धरती पर स्वर्ग रो दर्पण इन पर आप पधारो
छोटू सिंह रावणा इन धरती नी शीश नमावे
भाग भला संता री माटी बारम्बार बुलावे
भाग भला संता री माटी बारम्बार बुलावे
रंग लायो है बड़ भाग्यो है आबू रो अजब नजारो
रंग लायो है बड़ भाग्यो है आबू रो अजब नजारो
पधारो जी पधारो आबुराज पधारो
पधारो जी पधारो आबुराज पधारो
पधारो जी पधारो आबुराज पधारो