सूती काई रंग रा मेहल में लिरिक्स | न्यू मारवाड़ी फागण सॉन्ग 2020 | Fagan | Bablu Ankiya, Asha Prajapat
♪ Artist : Prem Goswami, Arohi, .
♪ Song : Suti Kayi Rang Ra Mahal Me
♪ Singer : Bablu Ankiya, Asha Prajapat
♪ Lyrics : Bablu Ankiya, .
♪ Music Arrangements : Pavan Kumar Burdak, .
♪ Mix-Master : Dinesh Silgava, .
♪ Recording : Mahadev Recoding Studio, .
♪ Video : Chintu Prajapat
♪ Producer : Surendra Parihar, .
♪ D.O.P. : Jituraj Prajapati, Pawan Prajapati
♪ Editor : Jituraj Prajapati, Mitun Maru, .
♪ Music Label : Sanskar Video,
सूती काई रंग रा महल में
सूती काई रंग रा महल में
गौरी फागुन आयो रे बहारे आ
म्हारी गजबण फागुन आयो रे बहरे आ
नहीं म्हारा पीयूजी पिलो लाया
नहीं महारा पीयूजी फगुनिया लाया
कीकर फागुन खेलु रे ना रे ना
कीकर फागुन खेलु रे ना रे ना
कीकर फागुन खेलु रे ना रे ना
कई मारी गौरी दिवलो बुजायो
काई मारी गौरी मुङो चढ़ायो
थारा पीयूजी हेलो मारे रे बहारे आव
थारा पीयूजी हेलो मारे रे बहारे आव
गौरी फागुन आयो रे बहारे आ
म्हारी गजबण फागुन आयो रे बहरे आ
काई मारे पीयूजी प्रदेश सु आया
काई मारे थे घेड़ला लाया
बात अब नहीं रे करनी रे ना रे ना
बात अब नहीं रे करनी रे ना रे ना
होली रो त्यौहार आयो
घणो खोडिलो महीनो आयो
घेरिया फागुन खेले रे बहरे आव
घेरिया फागुन खेले रे बहरे आव
गौरी फागुन आयो रे बहारे आ
म्हारी गजबण फागुन आयो रे बहरे आ
नहीं मारे थे चुड़लो लाया
नहीं मारे थे मेहँदी लाया
किनविद बहारे आवु रे ना रे ना
किनविद बहारे आवु रे ना रे ना
सोने रो केवटियो लायो
माथे वारि नथनी लायो
अब तो आडो खोलो नी बहारे आ
म्हारी गजबण आडो खोलोनी बहरे आ
कोणी में नथड़ी री भूखी
कोणी में केवटिया री भूखी
मन मारो नि राख्यो जी वारे वा
मन मारो नि राख्यो जी वारे वा
में कोनी फागुन खेलु रे ना रे ना
में कोनी फागुन खेलु रे ना रे ना
Suti Kayi Rang Ra Mahal Me Lyrics |
Suti Kayi Rang Ra Mahal Me Lyrics
सूती काई रंग रा महल में
सूती काई रंग रा महल में
गौरी फागुन आयो रे बहारे आ
म्हारी गजबण फागुन आयो रे बहरे आ
नहीं म्हारा पीयूजी पिलो लाया
नहीं महारा पीयूजी फगुनिया लाया
कीकर फागुन खेलु रे ना रे ना
कीकर फागुन खेलु रे ना रे ना
कीकर फागुन खेलु रे ना रे ना
कई मारी गौरी दिवलो बुजायो
काई मारी गौरी मुङो चढ़ायो
थारा पीयूजी हेलो मारे रे बहारे आव
थारा पीयूजी हेलो मारे रे बहारे आव
गौरी फागुन आयो रे बहारे आ
म्हारी गजबण फागुन आयो रे बहरे आ
काई मारे पीयूजी प्रदेश सु आया
काई मारे थे घेड़ला लाया
बात अब नहीं रे करनी रे ना रे ना
बात अब नहीं रे करनी रे ना रे ना
होली रो त्यौहार आयो
घणो खोडिलो महीनो आयो
घेरिया फागुन खेले रे बहरे आव
घेरिया फागुन खेले रे बहरे आव
गौरी फागुन आयो रे बहारे आ
म्हारी गजबण फागुन आयो रे बहरे आ
नहीं मारे थे चुड़लो लाया
नहीं मारे थे मेहँदी लाया
किनविद बहारे आवु रे ना रे ना
किनविद बहारे आवु रे ना रे ना
सोने रो केवटियो लायो
माथे वारि नथनी लायो
अब तो आडो खोलो नी बहारे आ
म्हारी गजबण आडो खोलोनी बहरे आ
कोणी में नथड़ी री भूखी
कोणी में केवटिया री भूखी
मन मारो नि राख्यो जी वारे वा
मन मारो नि राख्यो जी वारे वा
में कोनी फागुन खेलु रे ना रे ना
में कोनी फागुन खेलु रे ना रे ना